वॉशिंगटन राज्य के सबसे बड़े और संयुक्त राज्य अमेरिका के पैसिफ़िक तट पर बसे शहर सिएटल के ग्राहकों को जुलाई 2018 से, बायोडिग्रेडेबल पेपर से बने स्ट्रॉ मांगने होंगे या फिर इनके बिना ही अपनी ड्रिंक पीनी होगी।
यह भले ही एक छोटा सा बदलाव हो, लेकिन महासागरीय जीवन को बचाने में इसका बड़ा प्रभाव होगा। एमरल्ड सिटी कहे जाने वाले इस शहर ने प्लास्टिक बर्तनों और ग्रोसरी बैग पर पहले से ही प्रतिबंध लगा दिया है और अब लोनली व्हेल फ़ाउंडेशन के “स्ट्रॉलेस इन सिएटल” अभियान के अंतर्गत एक बार उपयोग में आने वाले प्लास्टिक स्ट्रॉ को भी खत्म करने का फैसला किया है। लोनली व्हेल फ़ाउंडेशन संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण के सद्भावना राजदूत एड्रियन ग्रेनीर द्वारा स्थापित किया गया एक नॉन-प्रॉफ़िट संगठन है।
सितंबर में शुरू हुए इस अभियान ने स्थानीय व्यवसायों और उनके ग्राहकों को एक महीने तक स्ट्रॉ का उपयोग नहीं करने के लिए प्रोत्साहित किया। इस पहल ने समुद्री जीवन के अनुकूल डिग्रेडेबल स्ट्रॉ बनाने वाले एक उत्पादक से साझेदारी की और इसे आम लोगों, सेलेब्रिटी और दो सौ से अधिक रेस्टोरेंट का भारी समर्थन मिला, जिन्होंने प्रतिबंध लगने से पहले खुद से ही स्ट्रॉ से छुटकारा पाने की पहल की। कुल मिलाकर,केवल सितंबर महीने में उन्होंने 2.3 मिलियन स्ट्रॉ को महासागर में पहुंचने से रोका।
जुलाई 2018 से, सिएटल में प्लास्टिक के स्ट्रॉ प्रतिबंधित कर दिए जाएंगे। (पिक्साबे)
सिएटल के इस नए कदम का उद्देश्य समुद्री कचरे की रोकथाम करना है, जो दुनिया भर में अभूतपूर्व स्तरों पर पहुंच गया है। अमेरिकन हर दिन 500 मिलियन स्ट्रॉ का इस्तेमाल करते हैं (दुनिया भर में एक बिलियन), जिसमें से अधिकांश महासागर में पहुंचते हैं और समुद्री जीवन को नुकसान पहुंचाने के साथ छोटे-छोटे माइक्रोप्लास्टिक्स में टूटकर पर्यावरण और आखिर में हमारे खाने को ज़हरीला बनाते हैं। लगभग 71 प्रतिशत समुद्री पक्षियों और 30 प्रतिशत कछुओं के पेट में प्लास्टिक पाया गया है। एक बार प्लास्टिक को निगल लेने के बाद, समुद्री जीवों की मृत्यु दर 50 प्रतिशत हो जाती है।
समुद्री कचरे के कई स्रोतों में से एक, प्लास्टिक स्ट्रॉ न केवल प्रमुख कारण है बल्कि इनका सामना करना भी बेहद आसान है। कुछ मिनटों के लिए उपयोग किए जाने वाले ये स्ट्रॉ, तट की साफ-सफाई के दौरान सबसे ज्यादा पाई जाने वाली वस्तुओं में से एक हैं।
प्लास्टिक प्रदूषण की समस्या भयावह लग सकती है, लेकिन आसान से व्यक्तिगत कदम जैसे एक बार उपयोग में आने वाले प्लास्टिक स्ट्रॉ का उपयोग बंद करना, असरकारी परिणाम दे सकते हैं। “स्ट्रॉमुक्त ओशन” जैसे अभियान, दैनिक उपयोग की छोटी-छोटी वस्तुओं पर ध्यान केंद्रित करते हैं जिनके बिना हम आराम से काम चला सकते हैं। इस तरह के अभियानों से आशा की किरण नज़र आ रही है। छोटे स्तर पर शुरुआत कर, वे हमें प्रोत्साहित करते हैं कि हम एक बार उपयोग में आने वाले प्लास्टिक के साथ अपने पूर्ण संबंध पर पुनर्विचार करें।
प्रतिबंध से प्रेरित होकर संयुक्त राज्य अमेरिका के शहर, व्यवसाय और नागरिक भी ऐसा करने में लग गए हैं। मलीबू, कैलिफ़ोर्निया जैसे तटीय शहर भी प्लास्टिक स्ट्रॉ को प्रतिबंधित कर रहे हैं और देश भर के रेस्टोरेंट भी इस दिशा में खुद से अपना योगदान दे रहे हैं। लोनली व्हेल फ़ाउंडेशन इस अभियान को वैश्विक स्तर पर ले जा रहा है और 10 शहरों को प्लास्टिक स्ट्रॉ से छुटकारा दिलाने में मदद कर रहा है। शिकागो, बर्लिन और टोरंटो सहित 19 प्रमुख शहर पहले ही 2018 के "स्ट्रॉलेस ओशन टूर" के उम्मीदवार बन चुके हैं।
# करेंगे संग प्लास्टिक प्रदूषण से जंग विश्व पर्यावरण दिवस 2018 का विषय है। एक बार उपयोग में आने वाले प्लास्टिक से नाता तोड़ने के लिए आंदोलन से जुड़ें।